उत्तराखंड में रोड एक्सीडेंट थमने का नाम नहीं ले रहा है। चिंता की बात है कि पिछले तीन दिनों में 14 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। सड़क हादसों में जान गवाने वालों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

हालांकि, सरकार का दावा है प्रदेशभर में रोड एक्सीडेंट पर लगाम लगाने के लिए सख्त से सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। पिथौरागढ़, नैनीताल और ऊधमसिंहनगर जिलों में बीते 24 घंटों के भीतर हुए आठ अलग-अलग हादसों में दो भाइयों (ममेरे) समेत नौ लोगों की मौत हो गई।

रुद्रपुर पुलिस के मुताबिक, सोमवार रात पारले चौक पर एक बाइक डिवाइडर से टकरा गई। हादसे में ममेरे भाई 24 वर्षीय मोहित चौधरी पुत्र जगपाल सिंह निवासी वार्ड 30 रुद्रपुर और 22 वर्षीय योगेश चौधरी पुत्र रामवीर चौधरी निवासी शांति विहार कॉलोनी वार्ड-33 की मौत हो गई। ये दोनों हल्द्वानी से घर लौट रहे थे।

जबकि दिनेशपुर में सोमवार देर रात शटरिंग का काम करने वाले कालीनगर निवासी 25 वर्षीय मुकेश मंडल की बाइक बिजली के खंभे से टकरा गई, जिसमें उसकी मौत हो गई। जबकि, किच्छा में सोमवार देर रात ट्रेन की चपेट में आकर 18 वर्षीय गुरमीत सिंह पुत्र जसवंत सिंह की मौत हो गई।

उधर, मंगलवार शाम खटीमा में मझोला – बज्टिी मार्ग पर सुनपहर के पास हुए हादसे में बाइक सवार ढाका निवासी 65 वर्षीय कश्मीर सिंह पुत्र तारा सिंह की मौत हो गई। मंगलवार शाम पिथौरागढ़ में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज की चौथी मंजिल से गिरकर बरेली निवासी मजदूर 34 वर्षीय अरविंद सिंह की मौत गई।

वहीं, नैनीताल जनपद में नैनीताल से सटे जोखिया क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक कार अनियंत्रित होकर 50 मीटर गहरी खाई में जा गिरी। हादसे में अल्मोड़ा जौहरी बाजार निवासी 71 वर्षीय उमा वर्मा की मौके पर ही मौत हो गई।

वहीं, भीमताल के ओखलकांडा विकासखंड की ग्रामसभा कुंडल गांव में सोमवार शाम पहाड़ी पर घास काट रही 40 वर्षीय लक्ष्मी देवी पत्नी लक्ष्मण सिंह के ऊपर पत्थर गिर गया। इस हादसे में लक्ष्मी देवी की मौत हो गई।

वहीं हल्दूचौड़ गौला निकासी गेट से आरबीएम लेकर आ रही ट्रैक्टर ट्रॉली की चपेट में आने से गौला श्रमिक बलिया (यूपी) निवासी 60 वर्षीय हीरालाल की मौत हो गई।

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