नैनीताल निवासी एक महिला पुलिसकर्मी सोनिया अपनी बहन के साथ 3 नवंबर को रोडवेज बस संख्या UK07BA–2901 से हल्द्वानी जा रही थीं। बस सुबह 8:45 बजे काशीपुर से रवाना हुई और करीब 11 बजे हल्द्वानी बस स्टैंड पर पहुंची। सफर के दौरान बस कंडक्टर ने सोनिया के लॉक ट्रॉली बैग को चालक की सीट के पीछे रखवा दिया था। उस बैग में लाखों के जेवर रखे हुए थे। हल्द्वानी पहुंचने के बाद जब दोनों बहनों ने जब घर पहुंचकर ट्रॉली बैग चेक किया तो देखा कि बैग की चेन काटकर उसमें रखा जेवरों से भरा हैंड पर्स चोरी हो गया था।
मिली जानकारी के मुताबिक महिला पुलिस कर्मी के बैग में एक हैंड पर्स में एक एक मांग टीका (लगभग 0.5 तोला), सोने की नथ (लगभग 1.5 तोला), दो जोड़ी झुमके (लगभग 1.5 तोला), एक गले का चोकर (लगभग 1.5 तोला), दो अंगूठियां (लगभग 1 तोला), एक मंगलसूत्र (लगभग 2 तोला), चांदी की पाजेब (250 ग्राम) और पायल (100 ग्राम) आदि सोने और चांदी के कीमती आभूषण रखे थे। पूरा मिलाकर लगभग 8 लाख के गहने उस बैग में थे।
उन्होंने तुरंत मामले की पुलिस में शिकायत की, लेकिन मजे की बात ये है कि पुलिस ने अब 7 नवंबर को शिकायत दर्ज की है। पुलिस विभाग में कार्यरत होने के बावजूद भी 3 नवंबर से घटना की शिकायत पूरे 4 दिन बाद दर्ज गई। पुलिस विभाग की ओर से ऐसी लापरवाही के लिए विभाग सवालों के घेरे में है। अब पुलिस टीम CCTV फुटेज की मदद से आरोपियों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर चोरी गए आभूषण बरामद किए जाएंगे।
यह भी जानकारी मिल रही है कि इस घटना से करीब 2 दिन पहले बाजपुर में और करीब 15 दिन पहले रामनगर-हल्द्वानी के बीच बस में में ऐसी घटना हुई थी। इससे शंका इस बात की है कि कोई शातिर गिरोह बसों में सक्रिय है, जो बैगों की चोरी कर रहा है।