एक बार फिर समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर उठने लगे कई गंभीर सवाल ।क्यों आज भी सरकार और प्रशासन महिलाओं की सुरक्षा को लेकर है असफल।
निर्भया कांड एक ऐसा कांड जिसने हमारे देश की बहू बेटियों के आत्मसमान को झकझोर कर रख दिया। निर्भया के अपराधियों को सजा तो मिल गई लेकिन वो पल जब जब याद आता है हमारी रुंह कांप उठती है आखिर कोई इंसान इतना हैवान कैसे हो सकता है।
उत्तराखंड में भी लगातार महिलाओं पर हो रहे अपराधों का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। अब उत्तराखंड जैसे राज्य में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है। प्रदेश सरकार के तमाम वादों नियम कानूनों के बावजूद आए दिन महिलाओं से अपराध के वारदाते सामने आ रही है।
निर्भया कांड की तर्ज पर उत्तराखंड में भी एक घिनौने अपराध को अंजाम देने की कोशिश की गई है। बता दें कि उत्तराखंड के नैनीताल जिले में दिल्ली के निर्भया कांड जैसी एक और भयावह घटना सामने आई है। एक युवती के साथ चलती बस में दुष्कर्म का प्रयास किया गया।
क्या है पूरा मामला
गुरुवार सुबह ताड़ीखेत ब्लाक के एक गांव निवासी युवती शीतलाखेत से हल्द्वानी जा रही केमू बस में सवार हुई थी। युवती को रामनगर अपने रिश्तेदारों के पास पहुंचना था। दोपहर में जब बस हल्द्वानी पहुंची, तो युवती भी अन्य यात्रियों के साथ उतरने लगी। इस दौरान उसने परिचालक से रामनगर जाने के लिए दूसरी बस के बारे में पूछा। परिचालक ने उसे बस अड्डे तक छोड़ने का भरोसा दिलाया और बस को स्टार्ट कर रवाना हो गया।आरोप है कि परिचालक ने बस को एक पेट्रोल पंप पर तेल भरवाने के बाद सुनसान रोड पर ले जाकर रोक दिया और युवती के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी। उसने अपने मोबाइल से काल कर बस चालक को भी बुला लिया। दोनों ने मिलकर चलती बस में युवती से दुष्कर्म का प्रयास किया। बस के शीशे बंद होने के कारण उसकी चीखें बाहर नहीं जा सकीं। घटना के बाद युवती ने साहस दिखाते हुए चलती बस से कूदकर अपनी जान बचाई और रोडवेज स्टेशन पहुंचकर अपने पिता को इस घटना की जानकारी दी।
युवती से पहले भी छेड़छाड़ की कोशिश
युवती के पिता के अनुसार, यह पहली बार नहीं था जब परिचालक ने उसकी बेटी से छेड़छाड़ की थी। उसने बताया कि परिचालक पहले भी उसकी बेटी के साथ छेड़छाड़ कर चुका है। युवती के पिता ने बताया कि वे शुक्रवार को पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराएंगे। कोतवाल हल्द्वानी उमेश कुमार मलिक के अनुसार, मामला अभी जानकारी में नहीं आया है। तहरीर मिलने पर पुलिस द्वारा उचित जांच की जाएगी। स्वजन कहीं भी रिपोर्ट दर्ज करवा सकते हैं।