इन दिनों उत्तराखंड में कांवड़ यात्रा चल रही है। सावन के इस पवित्र महीने में सभी लोग भोले शिव की भक्ति में लीन है। तमाम जगहों से कावड़िया कांवड़ लिए हरिद्वार आ रहे हैं। कांवड़ियों की अत्यधिक संख्या को देखते हुए हरिद्वार प्रशासन ने भी सुरक्षा चाक चौबंद कर दी है। और पैनी नजर रखी जा रही है। जिससे किसी भी तरह के कोई विवाद ना हों।
देहरादून: अक्सर आपने देखा होगा कि कांवड़ के समय अधिकतर युवा अपने कंधो पर कांवड़ उठाए यात्रा करते हैं। लेकिन क्या आपने किसी 60 वर्षीय महिला को कांवड़ उठाए यात्रा करते देखा है। जिस किसी ने भी इस 60 वर्षीय महिला को कांवड़ उठाते देखा,वो दंग रह गया। जिस उम्र में लोग पैरों के दर्द, घुटने से परेशान हैं उस उम्र में ये महिला कंधे पर कांवड़ उठाए यात्रा पर निकल पड़ी। जो काफ़ी हैरान कर देने वाला है।
आपको बता दें कि दंग कर देने वाला मामला राजधानी देहरादून का है। देहरादून के नेशविला रोड से 60 वर्षीय महिला पहली बार कांवड लेकर निकल पड़ी है। महिला का नाम शकुंतला है। महिला के साथ उनका परिवार भी साथ है। जो हाथ में गंगाजल लिए इस यात्रा में महिला के साथ है।
मीडिया से बातचीत में शकुंतला ने बताया कि वो अक्सर सोचा करती थी कि वो भी कांवड़ लेकर आए, पर उन्हें ये मौका नहीं मिला ओर अब जाकर ये सौभाग्य प्राप्त हुआ है। पूरा परिवार इनके साथ ही है। हरिद्वार से गंगाजल लेकर पैदल शकुंतला ने देहरादून स्थिति टपकेश्वर महादेव मंदिर में पहुंचकर शिवलिंग का जलाभिषेक किया । शकुंतला का कहना है कि उन्होंने अपनी परिवार की सुख और शांति के लिए पहली बार कांवड उठाई है।