उत्तराखंड में सोशल मीडिया में सबसे ज्यादा ट्रेंड करने वाले कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत का नाम शुमार है। अपने अनोखे अंदाज, स्टाइल से लोगों के बीच छाए रहना वो बखूबी जानते हैं। दीपक रावत के इस अंदाज से कई लोग प्रभावित होकर उनके नक्शे कदम पर चलते हैं। सड़कों पर उतर उनका दबंग अंदाज हमेशा चर्चा का विषय बना रहा है। जिस मेहनत और ईमानदारी से वो धरातल पर उतरकर लोगों के बीच रहकर अपने कार्य को पूरी निष्ठा से करते हैं, उत्तराखंड के लोग उनके दीवाने हैं। धरातल पर कई बार छापे मारते हुए देखा गया है। जिम्मेदारियों और कार्यों को लेकर असावधानी बरतने वालो को फटकार लगाते हुए भी देखा गया है। ठीक इसी तरह एक बार फिर कुमाऊं कमिश्नर अपने एक्शन मोड पर नज़र आएं हैं। और सोशल मीडिया पर छा गए हैं।
आपको बता दें कि कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने हल्द्वानी के बेस अस्पताल में अचानक छापेमारी कर अस्पताल में कार्यरत लोगों को चौंका दिया। छापेमारी की दौरान उन्हें बेस अस्पताल में संचालित डायलिसिस सेंटर में अनियमितताएं देखने को मिली। पाया कि कुछ डॉक्टर्स अस्पताल से नदारद दिखे। जिसके बाद उन्होंने डायलिसिस सेंटर चलाने वाली आउटसोर्स एजेंसीज और अस्पताल के सीएमएस को फटकार लगाई। साथ ही सीसीटीवी फुटेज के आधार पर एक महीने की सारे रिकॉर्ड्स चेक करने के निर्देश दिए। समय पर डॉक्टर्स उपलब्ध रहते है या नहीं इसे चेक किया जाए। साथ ही अधिकारियो को निर्देश दिए कि रोजाना डायलिसिस एजेंसी का निरीक्षण किया जाय। 70 मरीज का रोजाना डायलिसिस होता है और हालात कितने खराब हैं कि मरीज के लिए बेड तक उपलब्ध नहीं है। व्यवस्थाओं को तत्काल सुधार किया जाए और संबंधित एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीजी हेल्थ को रिपोर्ट करने के निर्देश दिए।