हल्दुचौड़।
कल लालकुआं तहसील में ग्रामीणों व सामाजिक कार्यकर्ताओं के भारी आक्रोश व लालकुआं में लगातार बढ़ रही मौतो पर अगली मौत होने पर लाश के साथ लालकुआं तहसील में धरने पर बैठने की चेतावनी के बाद प्रशासन एक्शन मोड में आने का दिखावा करने लगा।
मौके पर नगर निगम हल्द्वानी, लालकुआं व ग्रामीणों ने गोवंश को पड़कर गंगापुर कबडाल में मौजूद गौशाला में को ले जाने के लिए ग्रामीणों से कहा परंतु जब ग्रामीण वहां गोवंश को नगर निगम की टीम के साथ लेकर पहुंचे तो गौशाला के संचालक ने गेट में ताला लगाकर गेट ही खोलने से इनकार कर दिया ।
जब ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचे तहसीलदार को फोन किया तो उन्होंने वार्ता करने की बात कही परंतु लंबी वार्ता के बाद भी जब कोई समाधान नहीं निकला तो ग्रामीण गोवंश के सामने ही वहीं धरने पर बैठ गए।
ग्रामीणों का कहना था कि जब तक यह आश्वास्त नहीं किया जाता कि गोवंश को सुनियोजित स्थान में जगह मिलेगी तब तक वह धरने से नहीं उठेंगे अंत में पूरे गोवंश को तहसीलदार लालकुआं ने वार्ता कर राजपुरा गौशाला मे छोड़े। इस दौरान ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि अगर प्रशासन यह सोच रहा है कि 24 पशु पड़कर तीसरी कर ली जाएगी तो यह उनका भ्रम है। अगर लगातार अभियान चलाकर इसका कोई स्थाई समाधान नहीं निकलता तो ग्रामीण लाल कुआं की 1 लाख से अधिक जनता के साथ एक उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी जिम्मेदारी तहसीलदार व स्थानीय प्रशासन की रहेगी।
इस दौरान समाजसेवी विनीत कबडाल,योगेश कपिल,कीर्ति पाठक,चंदन बिष्ट,दीपांशु कबड़ाल,तारु काबड़ाल आदि दर्जनों ग्रामीण मौके पर मौजूद रहे।
दुर्भाग्य का विषय है कि हमारे क्षेत्र में गौशाला मौजूद है तहसीलदार ने पूर्व में कहा था की गंगापुर की गौशाला को कड़े शब्दों में निर्देश दिए गए हैं और भगवान से वही रखा जाएगा पर जब ग्रामीण वहां पहुंचे तो गौशाला वालों ने गेट खोलने से ही इनकार कर दिया उनकी तैयारी थी कि उन्हें पुनः कहीं सड़क किनारे छोड़ दिया जाए ।
विरोध करने के बाद राजपुरा गौशाला ले जाने की बात हुई। हमने प्रशासन को एक सप्ताह के भीतर स्थाई समाधान निकालने की मोहलत दी थी अगर एक सप्ताह में कोई समाधान नहीं निकला तो पूरी लालकुआं विधानसभा के लोग जिला अधिकारी का घेराव करेंगे।
-पियूष जोशी
सामाजिक कार्यकर्ता