पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने धामी सरकार से आने वाले दिनों में होने जा रही उत्तराखंड पुलिस में कांस्टेबल भर्ती में महिलाओं को भी शामिल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पुलिस में अधिक से अधिक महिलाओं को भर्ती का मौका मिलना चाहिए।

शुक्रवार को इस संबंध में बेरोजगार युवतियों का एक प्रतिनिधिमंडल पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत से उनके डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास पर मिला। इस दौरान छात्राओं ने हरीश रावत से उनके मुद्दे को उठाने की मांग की।

हरीश रावत ने कहा कि उनके कार्यकाल के समय वर्ष 2016 में उन्होंने स्पेशल एक हजार पदों पर महिला कांस्टेबल की भर्ती निकाली थी, लेकिन उसके बाद अब तक पुलिस कांस्टेबल में महिलाओं की भर्ती नहीं निकल पाई है।

इस दौरान हरीश रावत ने गृह सचिव शैलेश बगौली और डीजीपी अभिनव कुमार से फोन पर वार्ता कर महिलाओं को भी भर्ती में शामिल करने या नई भर्ती निकालने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में राजकुमारी बर्थ्वाल, काव्या सेमवाल, बबीता शर्मा, सपना नेगी आदि शामिल रहीं।

बता दें कि दिनों अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पुलिस कांस्टेबल के दो हजार पदों के लिए भर्ती निकाली है, लेकिन इसमें एक भी पद महिलाओं के लिए नहीं है।

बेरोजगार युवतियों ने कहा कि आठ साल से वे पुलिस कांस्टेबल में सिविल और पीएसी की विज्ञप्ति का इंतजार कर रही हैं, लेकिन अब तक एक भी पद के लिए विज्ञप्ति जारी नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार गतिमान भर्ती में महिलाओं को शामिल नहीं करती है तो 20 नवंबर को सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेंगी

error: Content is protected !!