उत्तराखंड की बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं किसी से छिपी नहीं है। उत्तराखंड से आए दिन ऐसी तस्वीरें सामने आती है। जो भावुक कर देने की साथ ही सिस्टम पर सवाल खड़े करती है। स्वास्थ्य सेवाओं के अभाव में दर्द से करहाती न जाने कितनी गर्भवती महिलाओं ने रास्ते में ही बच्चों को जन्म दिया और न जाने कितनी गर्भवती महिलाओं की मौत भी हुई है। इन 24 सालों में कितने मुख्यमंत्री आए और बड़े बड़े वादे कर चले गए। और आज भी उत्तराखंड में स्वास्थ्य सेवाएं जस की तस है।
उत्तराखंड के स्वास्थ्य सेवाओं की पोल खोलती ऐसी ही एक तस्वीर उत्तरकाशी से सामने आई है। जहां स्वास्थ्य सेवा की अभाव में सर्द से करहाती गर्भवती महिला ने दुकान के बाहर बच्चे को जन्म दिया।
बता दें कि गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों ने यमुनोत्री धाम से लगे राना चट्टी में एएनएम सेंटर में भर्ती किया गया। लेकिन हालात ये रहे की अस्पताल से एएनएम नदारद दिखे। जिसके बाद परिजनों गर्भवती महिला को बड़कोट लेकर जाने लगे। तभी गर्भवती महिला ने रास्ते में ही बच्ची को जन्म दिया। हालांकि जच्चा बच्चा दोनों स्वस्थ्य है। लेकिन सड़क पर इस तरह बच्ची को जन्म देने पर मानसून के दौरान शासन प्रशासन पर बड़े सवाल खड़े करता है।