ख़बर देहरादून से है। जहां अवैध रूप से चल रहे कॉल सेंटर का खुलासा हुआ है। इस दौरान पता चला कि ये अंतराष्ट्रीय साइबर ठग का पुरा गिरोह है। गिरोह के आठ सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जबकि 50 लोगों से पूछताछ की जा रही है। आरोपितों से छापेमारी में 81 लैपटॉप 42 मोबाइल फोन, 29 डेस्क टॉप, पांच वाईफाई राउटर, ने उपकरण बारामद हुई है। बटा दे कि गिरफ्तार लोग खुद को इंटरनेशनल एंटी हैकिंग विभाग का अधिकारी बताकर विदेशी लोगों से ठगी कार्य थे। जिसमे निशाना यूएसए और कनाडा के लोगों को बनाया जाता था।
पुलिस को सूचना मिली की राजपुर थाना क्षेत्र में एक फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा है। डेढ़ विदेश के लोगों से ठगी के अंजाम दिया जा रहा है। वे सिस्टम हैक होने की जानकारी देकर पॉप अप मैसेज भेजते थे। ताकि उनके सिस्टम्स में एक्सेस किया जा सके। यूएसए में बैठी टीम इस पॉपअप मैसेज को चलाती थीं। ठगी के बाद कॉल सेंटर संचालकों को हवाला के माध्यम से भुगतान किया जाता था।पुलिस ने छापा मारने पर पाया कि वहां ग्लोबल टेक एनर्जी सॉल्यूशन नामक अवैध कॉल सेंटर चल रहा था। लगभग 100 केबिनों में युवक-युवतियां सिस्टमों पर कॉल रिसीव कर रहे थे और विदेशों में लोगों से बैंक खातों की जानकारी प्राप्त कर रहे थे। धोखाधड़ी से FITH THIRD BANK के माध्यम से पैसों का लेन देन कर प्राप्त पैसो को हवाला के माध्यम से उन तक पहुंचाया जाता है। आरोपियों द्वारा भेजे गये पॉप अप मैसेजो के दिये नंबर से ग्राहक उनसे सम्पर्क करते है।
लोगों के सिस्टमों का रिमार्ट एक्सेस लेने के लिये आरोपी QUICK ASSIST, LOGMEIN, GO SHARE, TINY URL जैसे आनलाइन एप्लीकेशन का इस्तेमाल करते थे। वहीं, काल रिसिव करने के लिये EYEBEAM, ASIA ONE जैसे सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते है। साथ ही आउट बाउंड काल करने के लिये 2 LINE, TALK TONE जैसे ऑनलाइन ऐप का इस्तेमाल किया जाता है।
इस मामले में देहरादून पुलिस ने संगठित अपराधियों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 111 के तहत पहला अभियोग दर्ज किया है।वहीं इस गिरोह का पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम को 25 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा की गई है