एक बार फिर प्राकृतिक आपदा ने 2013 में हुई केदारनाथ आपदा के जख्म ताजा कर दिए हैं। वो ज़ख्म आज भी केदार के लोग भूले नहीं थे कि फिर से एक और आपदा ने सबको झकझोर कर रख दिया है। जी हां कल रात तेज बारिश होने से केदारनाथ पैदल मार्ग यात्रा पर बादल फटने से भारी तबाही मची हुई है। बता दें कि केदारनाथ पैदल मार्ग से लेकर गौरीकुंड और सोनप्रयाग लिनचोली में बादल फटने से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है।जिससे पैदल मार्ग पर बनी दो पुलिया के बहने समेत कई स्थानों पर पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हो गया है। इस घटना ने एक बार लोगों के दिल में 2013 में केदारनाथ में आई आपदा के जख्‍म गहरे कर दिए।

वहीं बादल फटने और भूस्खलन होने से मंदाकिनी का जलस्तर भी बढ़ गया है। जिससे प्रभावित वहां के लोगों में अफरा तफरी मच गई है। केदारनाथ में बादल फटने से यात्रा को भी रोक दिया गया है। साथ ही केदारघाटी में हाईअलर्ट जारी किया गया है। केदारनाथ पैदल मार्गों पर फंसे श्रद्धालुओं का सुबह से रेस्क्यू जारी है। अब हेलिकॉप्टर से भी रेस्क्यू अभियान शुरू कर दिया गया है।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रुद्रप्रयाग में अतिवृष्टि से हुए आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इस दौरान वह बचाव व राहत कार्यों की स्थिति की समीक्षा की जाएगी।

घनस्याली में भी फटा बादल 

टिहरी के घनसाली विधानसभा क्षेत्र के जखन्याली में नौताड़ गदेरे में बादल फटने से गदेरे के पास खुले होटल के बहने तथा मुयालगांव में घनसाली-चिरबिटिया मोटर मार्ग को जोड़ने वाली पुलिया बहने की सूचना है। यहां एक ही परिवार के तीन लोगों के लापता होने की खबर थी जिनमें दो लोगों के शव बरामद कर लिये गये हैं। और एक युवक घायल है। बता दें कि मृतक पति-पत्नी हैं ।जबकि घायल उनका बेटा बताया जा रहा है। 50 साल के भानु प्रसाद और 45 साल की नीलम देवी की मृत्यु हो गई है जबकि उनका 28 वर्षीय बेटा विपिन घायल है।पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर रवाना हो चुकी हैं।

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