सोशल मीडिया पर फॉलोवर्स बढ़ाने के लिए यूजर्स अजीबों गरीब हथकंडे अपना रहे हैं। इसी तरह उत्तराखंड के रूड़की से अजीबों गरीब मामला सामने आया है जहां सोशल मीडिया पर फॉलोवर्स बढ़ाने के लिए 15 साल के बच्चे को अगवा कर लिया गया, उसके ही सीनियर्स के द्वारा,,। इस घटना को अंजाम तन दिया गया जब बच्चा ट्यूशन के लिए जा रहा था।
15 साल के छात्र को बेरहमी से पीटा
पीड़ित के पिता के अनुसार, हमलावर कक्षा 10 के छात्र थे और सब एक ही स्कूल में पढ़ते हैं। आरोपी छात्र दोपहिया वाहन पर सवार थे। उन्होंने रास्ते में लड़के को रोका, जबरन एक पुराने और सुनसान जगह में ले गए और वहां उसकी बेरहमी से पिटाई की। पीड़ित को लात-घूंसों से मारा गया और बेल्ट से भी पीटा। पिटाई करते हुए वीडियो बनाकर उन्होंने इसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
राहगीर ने किया बीच-बचाव
हिंसा उस वक्त रुकी जब एक राहगीर ने बीच-बचाव किया, जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह हमला दो छात्र गुटों के बीच चल रही आपसी झगड़े का नतीजा था। बताया जा रहा है कि पीड़ित कक्षा 9 के छात्र ने एक दिन पहले ही इसी समूह द्वारा एक अन्य छात्र के साथ की जा रही बदसलूकी का विरोध किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्कूल प्रबंधन को इस पहले टकराव की जानकारी पहले से थी लेकिन इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
घटना के 48 घंटे बाद भी नहीं हुई गिरफ्तारी
घटना के 48 घंटे बाद भी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो पीड़ित छात्र के पिता एक जौहरी हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस पर राजनीतिक दबाव है जिस कारण कार्रवाई में देरी हो रही है।
आगे उन्होंने कहा, हमलावर अब भी खुलेआम घूम रहे हैं। अगर पुलिस निष्पक्ष और तुरंत कार्रवाई करती, तो अब तक गिरफ्तारियां हो जाती। अगर यही चलता रहा, तो हम व्यापारी मजबूरन बाजार बंद करेंगे।” इस मामले में गंगनहर थाने के इंस्पेक्टर अमरजीत सिंह ने बयान दिया, “हम स्कूल प्रबंधन और पीड़ित परिवार के संपर्क में हैं। जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।