देहरादून का दिल –धड़कन कहे जाने वाला घंटाघर जिसकी घड़ी की सुई कई दिनों से रुकी हुई है। जिसकी लाइट भी बंद पड़ी है। घंटाघर की बंद पड़ी लाइटें और घड़ी की सूचना जब निगम को दी गई तो पता चला कि वहा से कई कीमती सामान भी चोरी हुआ है।

जिसकी तहरीर निगम के अधिकारियों ने पुलिस को दी। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब घंटाघर से कीमती सामान चोरी हुआ है। कई बार चोरी होने की घटना सामने आती रही है।

नगर निगम के अधिकारियों ने मौके पर जाकर जब पड़ताल की तो पता चला कि फव्वारे के लिए लगाई कीमती नोजल और घंटाघर को रोशन करने वाली कीमती लाइटें चोरी हो चुकी है। जिसकी तहरीर पुलिस को दी गई।

अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि घंटाघर जैसी जगह शहर के बीचों बीच स्थित है। जो भीड़ भाड़ वाली जगहों से घिरा हुआ है। दिन से लेकर रात तक लोगों का आना जाना लगा रहता है। इतना ही नहीं पुलिस का पिकेट भी है यहां।

इस तरह से आए दिन घंटाघर से सामान चोरी होना पुलिस प्रशासन पर बड़े सवाल खड़े करता है। जो कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन की लापरवाही को दर्शाती हैं।

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