30 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है. इससे पहले ही उत्तराखंड में पर्यटकों के पहुंचने की कवायद शुरू हो गई है। हरिद्वार से लेकर मसूरी और नैनीताल में पर्यटक पहुंच रहे हैं। इस वीकेंड लगातार तीन दिन की छुट्टियों की वजह से भारी संख्या में पर्यटक उत्तराखंड पहुंचे।
ऐसे में जाम की स्थिति बन गई, जहां 40 से 45 मिनट के रास्तों को पूरा करने में लोगों को करीब 5 से 6 घंटे का समय लग गया.
उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों पर 6 किलोमीटर लंबे ट्रैफिक जाम की समस्या देखने को मिली। शनिवार और रविवार को नैनीताल, देहरादून, मसूरी और ऋषिकेश में भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। इस दौरान पर्यटकों की इतनी ज्यादा भीड़ जमा हो गई थी कि नैनीताल में पर्यटकों की एंट्री बंद करने की नौबत पैदा हो गई और पर्यटकों को नैनीताल जाने से रोक दिया गया।
गाड़ियों को रोककर शटल सेवा चलानी पड़ी
कैंची धाम की दूरी नैनीताल से लगभग 17 किलोमीटर है, जहां कार से पहुंचा जाए तो आमतौर पर 15-20 मिनट का समय लगता है।लेकिन शनिवार और रविवार को यहां इतना ज्यादा ट्रैफिक जाम था कि कैंची धाम के दर्शन के लिए जाने वाले लोगों की गाड़ियों को रोककर शटल सेवा चलानी पड़ गई और उन्हें कैंची धाम तक पहुंचाया गया। इन जगहों पर लंबा ट्रैफिक जाम लगा हुआ था।
हरिद्वार से ऋषिकेश 6 घंटे में पहुंचे लोग
उत्तराखंड के इन इलाकों पर इतना भीषण जाम लगा था कि लोगों को घंटों तक इंतजार करना पड़ा. मिनटों का रास्ता घंटों में पूरा हुआ। हर घंटे इन इलाकों में तकरीबन 5 से 6 हजार गाड़ियां पहुंच रही थीं। ऐसे में जहां हरिद्वार से ऋषिकेश की 25 किमी की दूरी तय करने के लिए यात्रियों को आमतौर पर 40 से 45 मिनट का समय लगता है। वहीं वीकेंड पर इसी जगह पर लोगों को पांच से छह घंटे का समय लग गया।
सुबह 11 बजे से शुरू हुआ जाम 5 बजे खुला
शनिवार, रविवार और सोमवार तीन दिन की छुट्टियों की वजह से इन दिनों पर्यटकों की संख्या बढ़ी, जिसके बाद जाम की स्थिति पैदा हो गई और सुबह 11 बजे से शुरू हुआ ट्रैफिक शाम करीब 5 बजे तक लगा रहा। कई जगहों पर तो रात को 8 बजे जाकर जाम खुला। चारधाम यात्रा शुरू होने में अभी 16 दिन का समय बाकी है. इससे पहले ही पर्यटकों की इतनी ज्यादा भीड़ देखने को मिल रही है।